कोरोना के ज्यादातर मरीजों की इसी वजह से तो नहीं हो रही मौत, पढ़ें रिपोर्ट
सेहतराग टीम
कोरोना का कहर लगातार जारी है। लगातार होने वाली मौतें परेशान कर रही हैं। अब देश के प्रमुख अस्पताल ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) कोरोना के कारण हुई मौतों पर एक अलग ऐंगल से जांच कर रहा है। इसका नाम हाइपोक्सिया (Hypoxia) है।
पढ़ें- बच्चों में एकसाथ मिले वायरस और एंटीबॉडी: शोध में पता चला
हाइपोक्सिया या हैप्पी हाइपोक्सिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर या शरीर के किसी विशेष हिस्से को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है। AIIMS के एक डॉक्टर ने सूत्रों को जानकारी दी, इससे मरीजों को अपनी स्थिति के बारे में पता ही नहीं चलता और जब तक पता चलता है तो बहुत देर हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप अचानक मृत्यु हो जाती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसे बहुत सारे कोरोना रोगियों में देखा गया है।
डॉक्टरों के अनुसार ऐसी मौतों के कारणों में हृदय संबंधी घटनाओं या जटिलताओं जैसे Pulmonary Thromboembolism शामिल हैं, जो रक्त के थक्के जमने के कारण फेफड़े के धमनी में अचानक रुकावट पैदा कर देता है।
डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मरीज में लगातार सांस का लेवल पता करते रहना चाहिए। अगर किसी मरीज को पहले से ही हृदय या फेफड़ों संबंधी बीमारी है उसका खास ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा, 'मरीज को बिना अनुमति के नहीं चलने देना चाहिए। बार-बार उसकी निगरानी करते रहना चाहिए।
इसे भी पढ़ें-
Comments (0)
Facebook Comments (0)